AM Post-35 सुख-शांति इन्सान को जो प्राप्त है वह पर्याप्त है। इन्सान को इसमें ही संतोष रखने से सुख-शांति मिलती है। परन्तु जो प्राप्त नहीं है उसको प्राप्त करने के लिए सद्गुरु…
AM Post-35 सुख-शांति इन्सान को जो प्राप्त है वह पर्याप्त है। इन्सान को इसमें ही संतोष रखने से सुख-शांति मिलती है। परन्तु जो प्राप्त नहीं है उसको प्राप्त करने के लिए सद्गुरु…
AM Post-35 Happiness and peace Whatever man has received is sufficient. A person gets happiness and peace by being content with this. But to achieve what is not achieved, one has…
AM Post-34 ਵੱਧਣਾ ਮੈਂ ਮੇਰੇ ਆਧਯਾਤਮਿਕ ਔਰ ਸੰਸਾਰਿਕ ਜੀਵਨ ਦੇ ਲਕਸ਼ਯੋਂ ਨੂੰ ਦਿਨ ਪ੍ਰਤਿਦਿਨ ਨਿੱਤ ਕ੍ਰਿਯਾ ਔਰ ਨਿੱਤ ਨੇਮ ਪੂਰਵਕ ਕਰਣ ਦੇ ਲਈ ਦਿਨਭਰ ਤੇਰਾ ਮਾਧਿਅਮ ਯਾਨਿ ਨਿਮਿਤ ਬਨਕਰ ਸਮਯ-ਸਾਰਿਨਿ ਅਨੂਸਾਰ…