AM Post-52

admin Comments 0 May 1, 2024

AM Post-52

प्रिय आमिल
सचसँग

दर्पण

यदि कोई इन्सान पहले से अर्श पर है और अर्श पर ही रहना चाहता है। यदि कोई इन्सान पहले तो अर्श पर था और अपने कर्मों और अहंकार के फलस्वरूप फर्श पर आ गया है और वापस अपने कर्मों और नम्रता के फलस्वरूप अर्श पर जाना चाहता है। यदि कोई इन्सान पहले से फर्श पर है और अपने कर्मों और नम्रता के फलस्वरूप अर्श पर जाना चाहता है। उस इन्सान की एक इन्सान ही सहायता कर सकता है, जिस इन्सान को वह इन्सान दर्पण में देखता है। वह इन्सान ही अपने भले, उन्नति, विकास और उच्च-मनोबल की प्राप्ति के लिए कोशिश-कर्म कर सकता है। सच्चा शिक्षक यानि सद्गुरू यानि भगवान और शिक्षक तो केवलमात्र उसका मार्गदर्शन कर सकता है। परन्तु इसके लिए उस इन्सान को ही सन्तुलित नज़रिया, साधना, प्रेयर, पुरुषार्थ के साथ साथ स्मरण करना होगा। इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी लेने के लिये आप मेरी पुस्तक ‘ह्यूमन फॉर एफ्फोर्ट्स’ से मार्गदर्शन ले सकते है। जो तीन भाषाओं इंग्लिश, हिन्दी और पंजाबी में मेरी वेबसाइट https: पर अपलोड है। इसका मूल्य $1.51/- एवं आईएनआर रू.121/- चुकाकर आप यह पुस्तक डाउनलोड करके उससे सन्तुलित नज़रिया, साधना, प्रेयर, स्मरण और पुरुषार्थ के लिए सहायता और मार्गदर्शन ले सकते है।

‘निमित्त’

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